जन अभियान परिषद द्वारा मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान का जन्मदिवस वृक्षा रोपण कर मनाया



 


उज्जैन :- म.प्र. जन अभियान परिषद द्वारा परिषद के अध्यक्ष एवं प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री मान शिवराज सिंह जी चैहान का जन्म दिवस दिनांक 5 मार्च 2021 को स्थानीय महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान परिसर चिंतामण जवासिया पर गौमाता का पूजन त्रिवेणी का रोपण तथा अन्य फलदार पौधो का रोपण कर मनाया गया। गौमाता एवं पौधारोपण के कार्यक्रम में परम पुज्य संत आचार्य शेखर जी महाराज, पुज्य बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय पुरोहित समिति के अध्यक्ष श्री अशोक शर्मा] श्री महेन्द्र देथलिया] ग्राम पंचायत जवासिया एवं लेकोड़ा के सरपंच द्वय वैदिक विद्या प्रतिष्ठान के प्राचार्य श्री पियुष त्रिपाठी]  स्वैच्छिक संगठन के प्रतिनिधि प्रस्फुटन समिति सदस्य सीएमसीएलडीपी छात्र-छात्रायें शोध संस्थान के शिक्षकगण आदि की गरिमामयी उपस्थिति में सर्वप्रथम गौमाता का अतिथि द्वारा पूजन अर्चन किया गया। परिसर में त्रिवेणी का रोपण पुज्य संतों विभाष उपाध्याय उपस्थित जन प्रतिनिधियों] स्वैच्छिक संगठनों के सदस्यों तथा वटुकों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया। त्रिवेणी रोपण के पश्चात सभी आगंतुकों के द्वारा भी परिसर में अन्य फलदार पौधों का भी रोपण किया गया।पौधारोरण कार्यक्रम के पश्चात वैदिक शोध संस्थान के सभा कक्ष में पर्यावरण संरक्षण विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम माॅ सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण पुज्य संत और उपाध्यक्ष महोदय द्वारा किया गया। पुज्य संत स्वामी आचार्य शेखर जी महाराज, बालयोगी स्वामी उमेशनाथ जी महाराज का स्वागत उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय द्वारा तथा अन्य अतिथियों का कैलाश यादव] विषण] दीपक शर्मा आदि द्वारा पुष्प माला पहनाकर किया गया। स्वागत उद्बोधन संस्था के प्राचार्य पियुष त्रिपाठी द्वारा दिया गया तथा मा. मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन सचिन शिम्पी जिला समन्वयक द्वारा किया गया। सर्वप्रथम अशोक शर्मा द्वारा मान. मुख्यमंत्री जी महोदय को पुरोहितों की ओर से बधाई दी गई। परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय द्वारा इस अवसर पर कहा गया कि हमारी संस्कृति वृक्षों के संरक्षण और संवर्धन पर आधारित है। वैद और शास्त्रों में पर्यावरण का विशेष उल्लेख और हमें इस दिशा में वर्तमान में भी कार्य करने की आवश्यकता है। वृक्ष ही जल संरक्षण का महत्वपूर्ण श्रोत हैै। पुज्य संत बालयोगी उमेशजी महाराज अपने मार्गदर्शन में कहा कि जन्म दिवस ही नहीं अपितु प्रत्येक अवसर पर वृक्षारोपण करना चाहिये। जो शास्त्र संगत जीवन जीता है वह सद् गृहस्थी है। भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि मनुष्यों में राजा, नदी में गंगा और वृक्षों में पिपल हॅू। पौधा लगाकर राष्ट्र एवं पर्यावरण की सेवा करनी है।

कार्यक्रम के अंत में मुख्य वक्ता पुज्य संत आचार्य शेखर जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा संत और वृक्ष एक समान है जो देने का ही कार्य करते है। जैसे वृक्ष, नदी, गाय व संत सभी परोपकारी है, उन्होंने गौसेवा एवं वृक्षारोपण पर ही जोर दिया। माता तुलसी, परिजात एवं पिपल का वृतांत सुनाकर वृक्षारोपण करने का संकल्प दिलाया है तथा समरसता को भी हमें अपने जीवन में अपनाना चाहिये। वृक्ष जो हमें प्राण वायु एवं फल देते है उनका रोपण एवं संरक्षण करना चाहिये। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार शिवप्रसाद मालवीय संभाग समन्वयक म.प्र. जन अभियान परिषद उज्जैन द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शैलेष त्रिपाठी लोकेन्द्र मालवीय विपिन धाकड़  आशिष नाटानी रमेश नागर आकाश जी देधलिया विजय शर्मा  मनोहर भालेराव जी राजेश जी पुजारी लोकेश मालवीय निनाद काले जयपाल पंवार आदि उपस्थित रहें